
Benefits and Harmful Effects of Chemical Pesticides in Agriculture
Pesticides शब्द के अंतर्गत रसायन की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है जैसे; कीटनाशकों (insecticides), कवकनाशी (fungicides), शाकनाशी (herbicides), कृंतकनाशकों (rodenticides), मोलस्कसाइड्स (molluscicides), नेमाटिकाइड्स (nematicides), पौध विकास नियामक (plant growth regulators) इत्यादि.
समय के साथ-साथ इन रसायनों में कई बदलाव देखे तथा कुछ नये का प्रादुर्भाव भी हुआ जैसे सन् 1960 के दशक में ऑर्गनोफॉस्फेट (ओपी), 1970 के दशक में कार्बामेट्स और 1980 के दशक में पाइरेथ्रोइड्स कीटनाशक इत्यादि.
सन् 1970-1980 के दशक में शाकनाशी और कवकनाशी की शुरूआत ने कीट-व्याधि नियंत्रण और कृषि उत्पादन में अविश्वसनीय योगदान दिया.
एक आदर्श Pesticides विशुद्ध रूप से लक्षित कीटों के लिए घातक होना चाहिए, गैर-लक्षित प्रजातियों और मनुष्यों के लिए नहीं. किन्तु दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हुआ, इसलिए Pesticides के उपयोग और दुरुपयोग का विवाद सामने आया है.
भारत में पेस्टीसाइड का उत्पादन और उपयोग | Pesticides Production and usage in India
भारत में Pesticides उत्पादन की शुरुआत सन् 1952 में बीएचसी के उत्पादन कलकत्ता के पास एक संयंत्र की स्थापना के साथ शुरू हुआ था. भारत अब चीन के बाद एशिया में कीटनाशकों का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता है और विश्व स्तर पर बारहवें स्थान पर है.
सामान्य रूप से भारत में कीटनाशकों के उपयोग का पैटर्न दुनिया के लिए अलग है. यहाँ 76 प्रतिशत कीटनाशक का उपयोग किया जाता है, जबकि वैश्विक स्तर पर यह 44% है. भारत में Pesticides का मुख्य उपयोग कपास की फसलों (45%) के लिए होता है, इसके बाद धान और गेहूं का स्थान आता है.
पेस्टीसाइड के लाभ | Benefits of pesticides
उत्पादकता में सुधार | Pesticides improve productivity
वानिकी, सार्वजनिक स्वास्थ्य और घरेलू क्षेत्र में Pesticides के उपयोग से अविश्वसनीय लाभ प्राप्त हुए हैं. कृषि के क्षेत्र में इसके दूरगामी परिणाम दिखने को मिलते है.
कृषि एक ऐसा क्षेत्र जिस पर भारतीय अर्थव्यवस्था काफी हद तक निर्भर है. Pesticides निश्चित रूप से रोगों और कीटों से होने वाले नुकसान को कम करता है, जिससे उत्पादकता में अपेक्षित सुधार होता है.
फसल हानि से बचाव | Protection of crop losses
किसी भी आर्थिक फसल के लिए खरपतवार एक गंभीर समस्या है. खरपतवारों का उचित रोकथाम नही होने पर यह फसल की उपज को पूरी तरह से प्रभावित कर देती है. एक रिसर्च के अनुसार खरपतवार शुष्क भूमि में फसलों की उपज को 37-79% तक कम कर देते हैं.
खरपतवारों का गंभीर प्रकोप से बचने के लिए एक प्रभावकारी शाकनाशी का उपयोग किया जा सकता है. जिसके परिणामस्वरुप फसल हानि या उपज की कमी को संरक्षित किया जा सकता है.
वेक्टरजनित रोग नियंत्रण | Pesticides vector disease control
वेक्टरजनित रोगों का सबसे अच्छा उदाहरण है Pesticides के माध्यम से मलेरिया रोगवाहकों का नियंत्रण. मलेरिया जैसी घातक बीमारियों को फैलाने वाले किट को नियंत्रित करने के लिए अक्सर कीटनाशक ही एकमात्र व्यावहारिक तरीका होता है.
भोजन की गुणवत्ता | Quality of food
उच्च गुणवत्ता वाले ताजे फल और सब्जियों निश्चित रूप से स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. यदि यह खाद्य पदार्थ Pesticides अवशेष से मुक्त हो तो लाभ का प्रतिशत कई गुना बढ़ जाती है.
कई अनुसंधानकर्ताओं ने निष्कर्ष निकला है कि तेजी से बढ़ रहे ताज़े फल और सब्जियों की मांग की पूर्ति के लिए Pesticides का समुचित उपयोग भी जिम्मेदार है.
अन्य लाभ | Other benefits
जैसा कि पहले ही बताया गया है, Pesticides का उपयोग न सिर्फ कृषि में बल्कि घरों, खेल के मैदानों, परिवहन क्षेत्रों आदि में भी किया जाता है. नित्य जीवन में हम अपने आसपास कई माध्यमों में Pesticides का उपयोग करते आ रहे है.

पेस्टीसाइड के हानिकारक प्रभाव | Harmful effects of pesticides
मनुष्यों पर सीधा प्रभाव | Direct impact on humans of pesticides
यदि Pesticides के उपयोग से कृषि उत्पादन में वृद्धि और वेक्टर जनित रोगों के नियंत्रण की संभावना बढ़ी है, तो मनुष्य और उसके पर्यावरण पर गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव का खतरा भी कई गुणा बढ़ा है.
अब इस बात के अत्यधिक प्रमाण मिल चुके हैं कि उपयोग किये जा रहे कुछ रसायन मनुष्यों और अन्य जीवन रूपों और पर्यावरण के लिए अवांछित दुष्प्रभावों के लिए संभावित जोखिम पैदा कर रहे हैं.
आज विश्व जनसंख्या का कोई भी वर्ग कीटनाशकों के संपर्क में आने और संभावित गंभीर स्वास्थ्य प्रभावों से पूरी तरह सुरक्षित नहीं है.
Environews Forum, (1999) की रिपोर्ट पर गौर करे तो कीटनाशक विषाक्तता के कारण दुनिया भर में होने वाली मौतों की संख्या प्रति वर्ष लगभग 1 मिलियन तक अंकित किया गया है और यह निरंतर बढ़ती ही जा रही है.
इन कीटनाशकों के संपर्क में आने वाले उच्च जोखिम वाले समूहों में उत्पादन कामगार, फॉर्म्युलेटर, स्प्रेयर, मिक्सर, लोडर और कृषि फार्म में काम करने वाले मजदुर शामिल हैं. निर्माण कारखाने में निर्माण के दौरान, खतरों की संभावना अधिक हो सकती है क्योंकि इसमें शामिल प्रक्रियाएं जोखिम मुक्त नहीं होती हैं.
इस प्रकार के औद्योगिकों में, श्रमिकों को जोखिम बढ़ जाता है क्योंकि वे कीटनाशकों, कच्चे माल, जहरीले सॉल्वैंट्स और निष्क्रिय वाहक सहित विभिन्न जहरीले रसायनों से रोजाना उपयोग करते हैं.
खाद्य वस्तुओं के माध्यम से प्रभाव | Impact through food commodities
खाद्य पदार्थों में कीटनाशक संदूषण (Pesticides contamination) एक गंभीर और प्रत्यक्ष समस्या है. विश्वपटल पर आज खाद्य पदार्थों को pesticides contamination से बचाना एक बहुत बड़ी चुनौती है. इस समस्या का प्रमुख कारण Pesticides का अमानक मात्रा में उपयोग करना है. जिसके वजह से रसायनों के अवशेष फल और सब्जियों में रह जाती है.
पर्यावरण पर प्रभाव | Impact on environment
पर्यावरणीय प्रभाव के अंतर्गत पेस्टीसाइड मिट्टी, पानी, टर्फ और अन्य वनस्पतियों को दूषित कर देती हैं. कीटों या खरपतवारों को मारने के अलावा, कीटनाशक पक्षियों, मछलियों, मित्र कीटों और गैर-लक्षित पौधों सहित कई अन्य जीवों के लिए विषाक्त हो सकते हैं.
सतही जल संदूषण | Surface water contamination
उपचारित पौधों और मिट्टी से अपवाह (runoff) के माध्यम से कीटनाशक सतही जल तक पहुँच सकते हैं. इस परिपेक्ष्य से पेस्टीसाइड मुख्य अपवाह तंत्र अर्थात नदियों और बांधों में पहुँच कर जलीय जीव तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है.
भू-जल संदूषण | Groundwater contamination
पेस्टीसाइड के कारण भू-जल प्रदूषण एक विश्वव्यापी समस्या है. USGS के अनुसार, भू-जल में कम से कम 143 विभिन्न कीटनाशक और 21 परिवर्तन उत्पाद पाए गए हैं, जिनमें हर प्रमुख रासायनिक वर्ग के कीटनाशक शामिल हैं।
भारत में एक सर्वेक्षण के दौरान, भोपाल के आसपास के विभिन्न हैंडपंपों और कुओं से लिए गए पीने के पानी के 58% नमूने ईपीए मानकों (EPA standards) से ऊपर ऑर्गेनो क्लोरीन (Organo Chlorine) pesticides से दूषित थे.
Groundwater contamination के दुष्प्रभाव का अंदाजा इस बात से लगा सकते है कि एक बार जब भू-जल जहरीले रसायनों से प्रदूषित हो जाता है, तो प्रदूषण को ख़त्म या साफ होने में कई साल लग सकते हैं.
मृदा संदूषण | Soil contamination
भू-जल संदूषण की तरह ही मृदा संदूषण भी मृदा स्वास्थ्य के लिये घातक होता है. कृषित भूमि में उपयोग किया गया Pesticides मिट्टी के द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है जिससे मृदा की भौतिक और रासायनिक संरचना में अवांछित परिवर्तन होने लगते है. परिणामस्वरुप फसल की उत्पादन और उत्पादकता में कमी देखी जा सकती है.
गैर-लक्षित जीव | Non-target organisms
यह बहुत ही सामान्य एवं गंभीर बात है पेस्टीसाइड का उपयोग एक निश्चित पैमाने पर किया जाना सुनिश्चित करना आवश्यक है अन्यथा यह गैर लक्षित जीवों के लिए घातक साबित हो सकता है.
निष्कर्ष | Conclusion
खरपतवारों और कीटों को नियंत्रित करने के लिए Pesticides को अक्सर एक त्वरित, आसान और सस्ता उपाय माना जाता है. पेस्टीसाइड ने हमारे पर्यावरण के लगभग हर हिस्से को दूषित कर दिया है. इसलिए अब समय आ गया है जागरूक बने. Pesticides जैसे रसायनों का उपयोग बहुत ही सावधानी एवं विवेक से करें.
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